Tuesday, March 24, 2009

पीपल बाबा को मिला साथी

लीजिये, वेंटिलेटर पर टिके बूढे पीपल बाबा अब अकेले नहीं रहे. उन्हें एक और साथी मिल गया है.१५० साल के बूढे पीपल के दरख्त के सफल स्थानांतरण से उत्साहित जबलपुर नगर निगम ने पीपल के एक और पेड़ को पुनर्स्थापित करने की कोशिश की है.करमचंद चौक के पीपल बाबा के बाद घमापुर चौक के एक और साल पुराने पीपल के दरख्त को श्रीनाथ की तलैया के पार्क में नया ठिकाना दिया गया है.अब पीपल को दोनों दरख्त श्रीनाथ की तलैया के पार्क में एक साथ नयी कोपलों के फूटने का इंतजार करेंगे.

3 comments:

बाल भवन जबलपुर said...

Abhar
Naneentam soochana ke lie
ab aap kaa blog mere deshbord par hai turant taza post mil rahee hai
if you want my help i a redy to meet soon

अविनाश वाचस्पति said...

पेड़ों का भी स्‍थानांतरण
अब जल्‍दी ही पेड़ भी
पासपोर्ट बनवायेंगे
वीजा लेंगे और
विदेश जाएंगे
हम उगाते उगाते
जमाते जम जाएंगे
विदेशी हमारे पेड़ों
के फल अपने ही
देश में खाएंगे।

पर आप यह वर्ड
वेरीफिकेशन कब
हटाएंगे साथी।

संजय तिवारी said...

बडिया लिखा है अजय जी क्या आपको लगता है कि ये पेड बचे रह जायेगे